राजस्थान की प्रमुख छतरियाँ

Rajasthan ki pramukh chatriyan 





    अजमेर

    • आतेड़  की छतरीया  अजमेर मे स्थित दिगंबर जैन संप्रदाय की छतरीया

    बीकानेर

    • देवीकुण्ड की छतरियाँ ( बीकानेर के शाही राठौड़ों की छतरियाँ )

     • राव कल्याण मल की छतरी ( बीकानेर की सबसे प्राचीन छतरी ) 

    • राव बीका की छतरी । 

    जोधपुर

    • जसवंत थड़ा ( इसे राजस्थान का ताजमहल कहते है । जिसका निर्माण सरदार सिंह ने 1906 में जसवंत सिंह | द्वितीय की स्मृति में करवाया ) 

     • ब्राह्मण देवता की छतरी 

    • पंचकुण्ड की छतरियाँ ( मण्डोर में यहाँ राठौड़ों की छतरियाँ स्थित है जिसमें सबसे प्राचीन रावगाँगा की छतरी है इसके दक्षिण में रानियों की छतरियाँ है ) 

    • कागा की छतरी | 

    • इन्द्रराज सिंधी की छत्तरी 

    • कीरत सिंह सोढ़ा / कीर्तिधनी की छतरी 

    • मामा ( धन्ना ) -भाँजा ( भीया ) को छत्तरी गोरा | धाय की छतरी 

    • एक खम्भे की छतरी

     • रानी सूर्य कँवर की छतरी ( 32 खम्भों की छतरी ) 

    • अजीतसिंह के देवल 

    • प्रधानमंत्री राजसिंह चम्यावत की छतरी ( जसवंत सिंह ने अपने प्रधानमंत्री की याद में 18 खम्भों की छतरी बनवाई )

     • अखैराज सिंघवियों की छतरी ( 20 खम्भों को ) 

    जैसलमेर

    • बड़ा बाग की छतरी ( जैसलमेर के शाही भाटी शासकों की छतरियाँ ) 

    • महारावल जैतसिंह की छतरी 

    नागौर

    • अमरसिंह राठौड की छतरी 

    • लाछा गुर्जरी की छतरी 

    बाड़मेर

    • गड़रा का शहीद स्मारक -1965 के भारत - पाक युद्ध में शहीद रेल कर्मचारियों का स्मारक । 

    • रूठी रानी की छतरी ( तारागढ़ ) पृथ्वीराज स्मारक

    • दाहर सेन स्मारक आँतेड़ की छतरी ( दिगम्बर जैन सम्प्रदाय ) 

    राजसमंद

     • चेतक की छतरी ( हल्दीघाटी के नजदीक बलीचा गाँव में ) महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की याद में बना स्मारक चबूतरा ' कहलाता है ।

     • पृथ्वीराज सिसोदिया की छतरी ( कुम्भलगढ़ दुर्ग में 12 खम्भों की छतरी ) 

    उदयपुर

    • महाराणा प्रताप की छतरी ( बाण्डोली में केजड़ बाँध के ऊपर 8 खम्भों की छतरी ) 

    • सिसोदिया राजवंश की / महासतियाँ / आहड़ की छतरियाँ 

    • कपूर बाबा फकीर की छतरी ( शाहजहाँ ने जगमन्दिर में इनकी छतरी का निर्माण करवाया )

    • उदयसिंह की छतरी ( गोगुन्दा में )

    जयपुर

     
    • गैटोर की छतरियाँ ( नाहरगढ़ के पास यह कछवाहा वंश की छतरियाँ ) 
     
    • ईश्वरीसिंह की छतरी 
     
    • ईसरलाट सरगासूली ( मराठों पर विजय के उपलक्ष्य में ईश्वरी सिंह ने बनवाया , जहाँ से कूद कर उसने आत्महत्या की । ) 
     
    • अमरजवान ज्योति स्मारक ( एस.एम.एस. स्टेडियम के सामने )
     
    • मानसिंह प्रथम की छतरी ( आमेर में )
     
    • नरायणा के भोजराज बाग में खंगारोत शासकों की छतरियाँ
     

    झुञ्झुनु

    • रावशेखा की छतरी ( परशामपुरा गाँव नवलगढ़ तहसील में )
     
     • जोगीदास की की छतरी ( उदयपुर वाटी में
     

    अलवर

    • टहला की छतरी ( यह मध्यकालीन | भित्ति चित्रकला के लिए प्रसिद्ध ) 
     
    • मूसी छतरी ) महारानी की छतरी ( 80 खम्भों की  रावजैत सिंह / जयसिंह छत्तरी - इसका निर्माण 1815 में विनयसिंह की छतरी ( भटनेर में ) ने करवाया )
     
    • बख्तावर सिंह की छतरी बीघाजी स्मारक 
     

     चितौडगढ़ 

    •  रेदास की छतरी
     

     दौसा

    • बंजारों की छतरी ( सुजानगढ़ में ) ( लालसोट ) 
     

    भरतपुर

    • अकबर की छतरी 
     

     करौली 


    •  गोपाल सिंह की छतरी 
     

     सवाई माधोपुर

    • शिवलिंग की छतरी 
     
    • जयसिंह / जैत्रसिंह की छतरी ( हम्मीरदेव के पिता की स्मृति में 
     
    • 32 खम्भों की छतरी ) यह दोनों छतरियाँ रणथम्भौर दुर्ग में है 
     
    •  कुत्ते की छतरी ( कुक्कराज की घाटी में ) 
     

    बाराँ

     
    • थानेदार नाथूसिंह की छतरी ( शाहबाद में उम्मेदसिंह ने बनवाई )
     

    बूंदी

     
    • धाबाई देवी की छतरी ( इसका निर्माण 1883 ई . में राजा अनिरूद्ध के भाई देव ने 
     
    • देवपुर गाँव के निकट करवाया , जो भगवान शिव को समर्पित है ) 
     
    • मुंसी रानी की छतरी ( 84 खम्भों की छतरी ) 
     
    • केसर बाग की छतरियाँ
     

    कोटा

    • छत्रविलास बाग की छतरी 
     
    • क्षारबाग की छतरी ( कोटा - बूंदी के हाड़ा चौहानों की छतरियाँ / शाही समशान ) 
     

    भीलवाडा

     
    • महाराणा साँगा की छतरी ( माण्डलगढ़ )
     
    • जगन्नाथ / जगदीश कछवाहा की छतरी ( शाहजहाँ ने | 32 खम्भों की छतरी बनवाई ) 
     
    • जोधसिंह की छतरी || ( 32 खम्भों की छतरी बदनोर में ) 
     
    • गंगा बाई की छतरी
     

    बांसवाड़ा

    •  अधूना का द्वीप स्तम्भ
     
    •  मीरां के गुरु रैदास कल्ला जी की . जयमल राठौड़ की , प्रतापगढ़  के रावत बाघसिंह की छतरियाँ चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित है


    महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर (FAQ )


    1. प्रसिद्ध चौरासी खंभो की छतरी कहाँ स्थित है?
    बूंदी

    2. मूसी महारानी की छतरी कहाँ है?
    अलवर

    3. जोधपुर में प्राचीन राजाओ की छतरियों एवं उद्यान के लिए प्रसिद्ध स्थान का नाम है?
    मंडोर
     
    4.  जयपुर स्थिर गैटोर की छतरियाँ किस वंश के राजपरिवार से संबन्धित है ?
    कछवाहा 

    5.  बत्तीस खंभों की छतरी स्थित है ?
    रणथंभोर में 

    6. राजस्थान में बड़ा बाग छतरियां कहाँ पर अवस्थित है ?
    जैसलमेर 

    7.  गोरा धाय की छतरी  का निर्माण किसके दुवारा करवाया गया ?
    राजा अजीत सिंह 

    8. देवीकुंड सागर की छतरियाँ कहाँ पर स्थित है ?
    बीकानेर 

    9.  उदयपुर मे आहड़ की छतरियाँ किस वंश के राजपरिवार से समन्धित है ?
    सिसोदिया 

    10. 66 छतरियो से युक्त क्षारबाग किस शहर मे स्थित है ? 
    बूंदी 

    11.कागा की छतरियो का सम्बन्ध किस जिले से है ?
    जोधपुर 

    12. बड़ा बाग की छतरियाँ कहाँ स्थित है ?
    जैसलमेर 

    13 . मुसीरनी की छतरी कहाँ स्थित है ?
    अलवर 

    14. चौरसी खम्भो की छतरी कहाँ स्थित है?
    बूंदी 
     
    15. बत्तीस खम्भो की छतरी कहाँ स्थित है ?
    रणथंभौर 

    16. गुलाब खाँ का मकबरा कहाँ स्थित है ?
    जोधपुर 

    17.  इकमीनार कहाँ स्थित है ?
    जोधपुर 
     
    18. कुत्ते की छतरी  कहाँ स्थित है ?
    सवाई माधोपुर

    19 . जगन्नाथ कछवाहा कीबत्तीस खम्भो की छतरी कहाँ स्थित है ?
    मांडलगढ़ , भीलवाड़ा 
     
    20 . जोधपुर के शासकों की छतरियाँ कहाँ बनी हुई है 
    मंडौर