नीति आयोग ( Niti Aayog)
नीति आयोग की स्थापना योजना आयोग के स्थान पर की गई । योजना आयोग की स्थापना 15 मार्च 1950 को देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के कार्य काल में की गई । योजना आयोग एक गैर संवैधानिक निकाय था ।
योजना आयोग द्वारा अपने 6 दशको से अधिक के कार्य काल में पंचवर्षीय योजनाएँ और 6 वार्षिक योजना तैयार की और इसके क्रियान्वयन के लिए दो सौ करोड से अधिक का आवंटन किया ।
1 जनवरी , 2015 को 65 वर्ष पुराने योजना आयोग के स्थान पर नीति आयोग का गठन किया गया है । इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा 15 अगस्त 2014 को लालकिले पर की गई थी और कहा था कि हमारी सरकार योजना आयोग के स्थान पर एक नई राष्ट्रीय संस्था का गठन करेगी । इसी आधार पर नीति आयोग की स्थापना 1 जनवरी 2015 को मंत्रिमण्डल के एक प्रस्ताव के द्वारा की गई ।
यह नीति आयोग केन्द्र और राज्य स्तरो पर सरकार को नीति के प्रमुख कारकों के सम्बन्ध में प्रासंगिक , महत्वपूर्ण एवं तकनीकी परामर्श उपलब्ध करायेगा ।
नीति आयोग का अर्थ (Meaning of NITI Aayog)
नीति आयोग में प्रयुक्त शब्द नीति का तात्पर्य अंग्रेजी के शब्द Policy से नहीं है । बल्कि नीति का अर्थ ( NITI - National Instinition for Transforming India ) है ।
नीति आयोग की स्थापना केन्द्रीय मंत्रिमण्डल द्वारा प्रस्ताव पारित करके की गई है । यह एक थिंक टेक (विचारक समूह या थिंक टैंक (think tank) उस संस्था को कहते
हैं जो सामाजिक नीति, राजनैतिक रणनीति, अर्थनीति, सैन्य नीति, प्रौद्योगिकी
और संस्कृति जैसे विषयों पर गम्भीर व्यावहारिक चिन्तन करतीं हैं।) की तरह कार्य करने वाल नया आयोग है आयोग में इस बात पर ध्यान केन्द्रित किया गया कि किस प्रकार विकास कि प्रक्रिया में नीति आयोग महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा । आयोग मे प्रधानमंत्री और मुख्यमन्त्री राष्ट्रीय एजेंडा तैयार करेगा सरकार का मानना है कि यह आयोग जन कन्तित सक्रिय और सहभागी विकास एजडे के सिद्धांत पर आधारित है निकास के गुजरात माडल का समर्थन करने वाले बाजार अर्थव्यतस्था विशेषज्ञ डॉ अरविन्द पनमदिया को इसका उपाध्यक्ष बनाया गया है । केन्द्र व राज्य सरकारों को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मुदी पर रणनीति तैयार करने के लिए सलाह देगा और पंचवर्षीय योजनाओं के भावी स्वरूप के समय में सरकार का परामर्श देने का कार्य करेगा ।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत हैं। नीति आयोग
के सदस्यों में विवेक देवराय, वी.के सारस्वत, रमेश चंद्र और विनोद पाल
शामिल हैं।
नीति आयोग की संरचना (Composition of NITI Aayog)
नीति आयोग में देश के प्रधानमंत्री को इसका अध्यक्ष बनाया गया है और प्रधानमंत्री द्वारा एक विशेषज्ञ के रूप में उपाध्यक्षा की नियुक्ति की गई ।
नीति आयोग में तीन विभाग है ।
1. विभाग अन्तराज्यीय परिषद की तर्ज पर ।
2. दीर्घकालीन योजना निर्माण एवं उनकी निगरानी का काम करेगा ।
3. विभाग का गठन डायरेक्ट बेनिफिट ट्रासफर 4 यू आई डी ए आई को मिलाकर किया जाएगा ।
अध्यक्ष - भारत के प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मादी )
उपाध्यक्ष - प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त ( अरविन्द पनगढ़िया )
शासकीय परिषद - राज्यों के मुख्यमंत्री और केन्द्रशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल
विशेष आमंत्रित - संबंधित कार्य मन्त्र की जानकारी रखने वाले विशेषता और कार्यरत लोग विशेष आमंत्रित के रूप में प्रधानमंत्री द्वारा नामित किए जाएंगे । ( नितिन गडकरी स्मृति ईरानी थावरचंद गहलोत )
सदस्य - पूर्णकालिक ( विधक देवराय एवं ची के सारस्वत ) अंशकालिक सदस्य अग्रणी विश्वविद्यालय , शोध संस्थानों और संबंधित संस्थानों से अधिकतम दो पदन शादाय , अशकालिक सदस्या बारी के आधार पर होंगे ।
पदेन सदस्य - केन्द्रीय मंत्रिपरिषद् स अधिकतम चार सदस्य प्रधानमन्त्री द्वारा नामित होग । यदि बारी की धार को प्राथमिकता दी जाती है तो यह नियुक्ति विशिष्ट कार्यकाल के लिए होगी ( राजनाथ सिह अरुण जेटली , सुरेश प्रभु राधामोहन सिंह ) ।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Chief Executive Officer-)
भारत सरकार के सचिव स्तर के अधिकारी को निश्चित कार्यकाल के लिए प्रधानमत्री द्वारा नियुक्त किया किया जाएगा ।
क्षेत्रीय परिषद (Regional council)
विशिष्ट मुदों और ऐसे आकस्मिक मामले जिनका संबंध एक से अधिक राज्य या क्षेत्र से हो का देशन कामले ये परिषद विशिष्ट कार्यकाल के लिए बनाई जाएगी । भारत के प्रधाना के निर्देश पर क्षेत्रीय परिषदों की बैठक होगी और इनमें संबंधित क्षत्र राज्यों के मुख्यमंत्री और कॅन्द्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल शामिल होंगे । ( इनकी अध्यक्षता नीति आयोग के उपाध्यक्ष करेंगे )
नीति आयोग के प्रमुख उद्देश्य (Main Objectives of NITI Aayog)
1॰ राष्ट्रीय विकास के निमित्त एक साझा दृष्टिकोण विकसित करना जिस पर आधारित राष्ट्रीय एजेण्डे पर केन्द्र तथा राज्य प्रमुखता से ध्यान देगे ।
2 ॰ सहयोगात्मक संघवाद का विकास करना ।
3 ॰ ग्रामीण स्तर पर व्यवहारिक योजना बनाने की एक पद्धति का विकास और इससे सरकार के ऊपरी स्तर के लिए कार्ययोजना कार्यक्रम निर्माण बनाने में सहयोग प्रदान कराना ।
4. परामर्श देना और महत्वपूर्ण सरथाओं के बीच साझेदारी को बढावा देना
5 . ज्ञान नवाचार और उद्यमिता सहयोग प्रणाली का विकास करना ।
6. कार्यक्रमों का सक्रिय पर्यवेक्षण और मूल्याकन करना और उनकी सफलता के लिए आवश्यक सहयोग करना ।
7 राष्ट्रीय विकास एजण्डे और उपरोक्त उदश्यो के कार्यान्वयन के लिए जो भी आवश्यक होकरना ।
8. आर्थिक रणनीति और नीति निर्माण मे राष्ट्रीय सुक्षा सुनिश्चित करना ।
नीति आयोग को प्रमुख कार्य (Major Functions of NITI Aayog)
1. नीति आयोग विकास प्रक्रिया में आवश्यक निर्देश और रणनीति परार्मश देगा ।
2.
केन्द्र से राज्यों की तरफ चलने वाले एकपक्षीय नीतिगत क्रम को एक
महत्वपूर्ण विकासवादी परिवर्तन के रूप में राज्यों की वास्तविक और सतत
भागीदार से बदल दिया जाएगा ।
3. राज्यों के साथ सतत आधार पर सरचनात्मक सहयोग की पहत और तन्त्र के माध्यम से सहयोगपूर्ण संघवाद को बढावा देना ।
4. नीति आयोग ग्रामीण स्तर पर विश्वसनीय योजना तैयार करने के लिए एक तन्त्र विकसित करेगा और उसे उत्तरोतर उच्च स्तर तक पहुंचाएगा ।
FAQ
Q 1 . -- नीति आयोग (NITI Aayog) का अर्थ क्या है ?
Ans -- National Instinition for Transforming India
नीति आयोग (राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान)
Q 2. -- नीति आयोग की स्थापना किस के स्थान पर की गई ?
Ans -- योजना आयोग
Q 3. -- नीति आयोग का गठन कब हुआ ?
Ans -- 1 जनवरी 2015
Q 4. -- नीति आयोग का अध्यक्ष कोन है ?
Ans -- भारत के प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मादी )
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