महात्मा गांधी के जीवन की मह्त्वपुर्ण घटनाये 

महात्मा गांधी का जीवन परिचय*– महात्मा गांधी का  पुरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था इनका जन्म गुजरात के पोरबंदर में 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था।
वह अपने माता पिता पुतलीबाई और करमचंद गांधी के तीन बेटों में सबसे छोटे थे। उनके पिता करमचंद गांधी कठियावाड़ रियासत के दीवान थे। गांधी की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई स्थानीय स्कूलों में हुई। वो पहले पोरबंदर के प्राथमिक पाठशाला में और उसके बाद राजकोट स्थित अल्बर्ट हाई स्कूल में पढ़े। वर्ष 1883 में करीब 13 साल की उम्र में उनका ब्याह कस्तूरबा से हो गया, जो उनसे 6 महीने बड़ी थी।
मह्त्वपुर्ण घटनाये

2 अक्टूबर, 1869 – पोरबंदर, गुजरात में जन्म।
1882 – कस्तूरबा से विवाह।
4 सितंबर, 1888 – उच्च अध्ययन के लिए इंग्लैड गए।
14 मई, 1892 – काठियावाड़ की अदालत में वकालत शुरु, विफल।
अप्रैल, 1893 – दक्षिण अफ्रीका की समुद्री यात्रा, दादा अब्दुल्ला एंड कंपनी के कानूनी सलाहकार बने।
7 जून, 1893 – पीटरमारिट्जबर्ग स्टेशन पर ट्रेन के प्रथम श्रेणी डिब्बे से बाहर फेंके गए। अहिंसक प्रतिरोध का संकल्प लिया।
22 अगस्त, 1894 – दक्षिण अफ्रीका में नेशनल इंडियन कांग्रेस की स्थापना।
1901-1902 – कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में शामिल। बंबई में वकालत की कोशि​श भी कामयाब नहीं।
फरवरी 1903 – जोहानिसबर्ग में कानूनी कार्यालय खोला।
4 जून, 1903 – इंडियन ओपिनिशन का पहला अंक प्रकाशित।
दिसंबर 1904 – फीनिक्स बस्ती की स्थापना।
जुलाई 1906 – ब्रहमचर्य का संकल्प लिया।
11 सितंबर, 1906 – जोहानिसबर्ग के एंपायर थिएटर में सत्याग्रह शुरु, एशियाटिक रजिस्ट्रेशन बिल (द ब्लैक एक्ट) का विरोध।
10 जनवरी, 1908 – दक्षिण अफ्रीका में दो महीने की कैद।
16 अगस्त, 1908 – जोहानिसबर्ग में सभाएं कीं, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेशन जलाए गए।
14 अक्टूबर, 1908 – वॉक्सरस्ट में गिरफ्तारी, दो महीने का कारावास।
25 फरवरी, 1909 – बॉक्सररस्ट में फिर गिरफ्तारी, तीन महीने की कैद।
13-22 नवंबर, 1909 – दक्षिण अफ्रीका गए। समुद्री यात्रा के दौरान हिंद स्वराज लिखी, लियो टॉलस्टॉय के 'अ लैटर टु अ हिंदू' का अनुवाद।
जून 1910 – हर्मन कैलेनबाख के साथ मिलकर टॉलस्टॉय फॉर्म की स्थापना।
अक्टूबर 1912 – गोपालकृष्ण गोखले के साथ दक्षिण अफ्रीका का भ्रमण।
13 जनवरी, 1914 – जनरल स्मॅट से वार्ता के बाद इंडिया रिलीफ एक्ट पास, सत्याग्रह स्थगित।
17 फरवरी, 1915 – रवींद्रनाथ टैगोर के शांति निकेतन पहुंचे।
20 मई, 1915 – अहमदाबाद के करीब सत्याग्रह आश्रम की स्थापना।
26 जून, 1915 – 'कैमर ए हिंद' स्वर्ण पदक मिला।
26 दिसंबर, 1916 – लखनऊ के कांग्रेस अधिवेशन में पहली बार जवाहरलाल नेहरू से मिले।
अप्रैल 1917 – बिहार के चंपारण में नील पर कर के खिलाफ सत्याग्रह। गिरफ्तारी, रिहा।
जून 1917 – अहमदाबाद के करीब साबरमती आश्रम की स्थापना।
24 फरवरी, 1919 – रॉलेट एक्ट के खिलाफ सत्याग्रह की प्रतिज्ञा।
13 अप्रैल, 1919 – जलियांवाला बाग नरसंहार के विरोध में उपवास।
7 सितंबर, 1919 – नवजीवन का प्रकाशन शुरु।
8 अक्टूबर, 1919 – यंग इंडिया का पहला अंक निकला।
1 अगस्त, 1920 – अंग्रेज सरकार को 'कैसर-​ए-हिंद' पुरस्कार वापस लौटाया। अहसयोग आंदोल शुरु।
31 जुलाई, 1921 – मुंबई मे विलायती कपड़ों की होली।
22 सितंबर, 1921 – देश की गरीबी देखकर सिर्फ आधी धाती पहनने का संकल्प।
19 नवंबर, 1921 – प्रिंस ऑफ वेल्स की यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा पर पांच दिन का उपवास।
24 दिसंबर, 1921 – सामूहिक सविनय अवज्ञा। कांग्रेस ने गांधी जी को फैसले के अधिकार दिए।
29 जनवरी, 1922 – गुजरात के बारदोली तालुका में लगान के खिलाफ सविनय अवज्ञा।
4 फरवरी, 1922 – संयुक्त प्रांत चौरी-चौरा में दंगे के बाद आंदोलन स्थगित।
10 मार्च, 1922 – यंग इंडिया में प्रकाशित लेख पर गिरफ्तारी। छह साल का कारावास।
3 फरवरी, 1928 – साइमन कमीशन का बहिष्कार।
27-31 दिसंबर, 1929 – लाहौर के कांग्रेस अधिवेशन में 'पूर्ण स्वराज' और विधान परिषद का बहिष्कार।
26 जनवरी, 19630 – पूर्ण स्वतंत्रता का एलान।
6 अप्रैल, 1930 – दांडी  के समुद्र तट पर नमक कानून तोड़ा (दांडी यात्रा )
5 मार्च, 1931 – गांधी इरविन समझौते पर हस्ताक्षर। सविनय अवज्ञा आंदोलन खत्म।
सितंबर दिसंबर, 1931 – लंदन में द्वितीय गोलमेज कॉन्फ्रेस में शामिल।
25 जून, 1934 – पूना में गांधी जी की कार पर बम फेंका गया।
30 अक्टूबर, 1934 – कांग्रेस से त्यागपत्र।
15 जनवरी, 1942 – जवाहरलाल नेहरू को राजनीतिक उत्तराधिकारी बताया।
8 अगस्त, 1942 – कांग्रेस द्वारा 'भारत छोड़ो प्रस्ताव पारित। 'करो या मरो' के नारे के साथ सत्याग्रह।
10 फरवरी, 1943 – वायसराय से वार्ता में गतिरोध दूर करने का दबाव बनाने को आगा खां पैलेस में 21 दिन का उपवास।
22 फरवरी, 1944 – कस्तूरबा का निधन।
2 सितंबर, 1946 – जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनी।
30 जनवरी 1948 – बिड़ला हाउस (नई दिल्ली) में नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्या की।